04 October 2012

!!! सच जानो और सोचो !!!

Photo: ज़ाकिर नायक इन गवारो को समझा समझा कर थक गया की मुर्दों की इबादत मत करो , मूर्तियों और कब्रों की इबादत मत करो . पर मुल्ले है की मानते ही नहीं | मोहम्मद चाहे लूटेरा था .. बच्चियों की इज्जत लूटने वाला वहशी था पर इन मुल्लो का तो पैगम्बर था , वो बिचारा भी सारी जिंदगी रोता रहा की कब्रों की पूजा मत करो और यह मुल्ले फातिमा की कब्र पर इबादत पढ़ रहे है | :p

जो लोग नहीं जानते उन्हें हम बता देते है की मुल्लो का चरित्र स्थिर नहीं है , एक बार इधर डोलता है तो एक बार उधर... और यह लोग समाज के सामने कुछ ओर बोलते है और करते कुछ ओर है | कहते है मुसलमान बन जाओ सच को अपनाओ . जन्नत मिलेगी ..हाहः .. मोहम्मद खुद बचपन में जब वो मुसलमान नहीं बना था तब वो काबा के मंदिर में पूजा करता था तो अभी तक तो वो भी जन्नत के बाहर बैठा है :D ....कहते है मुसलमान में सिर्फ एक भगवान है ..अल्लाह जिसकी इबादत करते है ..तो वो खुनी ख्वाजा कौन है , वो हजरत बल क्या है ?? हाजी अली क्या है और ऐसी कितनी ही जगह जहा यह सब मुल्ले नाक रगड़ने जाते है ?? पीर फकीर पैगम्बर ख्वाजा रसूल फ़रिश्ते और जिहादी किताब कुरआन की भी पूजा करते है .. फिर कहते है सिर्फ अल्लाह को मानते है हम .. दोहरा चरित्र ||
यह कहते है हमारे यहाँ भेदभाव नहीं होता दलित और स्वर्ण में| तो मुहाजीर क्या होते है ?? भारत के मुल्लो को तो इस्लामिक देशो में मुसलमान का दर्ज़ा भी नहीं मिलता है .. ऊँचे रसूख वाले शैख़ निचले दर्जे के मुसलमान के हाथ का पानी नहीं पीते, सिया सुन्नी आदि बाते तो आप जानते ही होंगे |
मक्काह मदीना में गैर मुस्लिम को जाने की आगया नहीं है .. और भारत के दलितो को सामान हक की बात कह कर बहकाते है |
पूरी दुनिया तबाह हो रही है इन मुल्लो के दोहरे चरित्र की वजह से ..कहते है इस्लाम शान्ति फैलाने के लिए है .. मान लिया .. पर क्या मुसलमान शान्ति फैलाने के लिए बने है?? ..यहाँ मूर्ति पूजा कर रहे है और भारत में आकार शिवालय तोडते है |
खुद एक इंसान की बनायी हुई जिहादी किताब कुरान का अनुसरण करते है और गीता रामायण को कहानी बताते है | खुद हिंदू-मुस्लिम, जात पात का भेदभाव रखते है, और भारत के दलितो को इस्लाम काबुल करने के लिए भडकाते है |
कहते है साडी में औरत की इज्जत नहीं और बुरखे में इज्जत है और खुद की बहिन के साथ निकाह कर लेते है ..

ज़ाकिर नायक इन गवारो को समझा समझा कर थक गया की मुर्दों की इबादत मत करो , मूर्तियों और कब्रों की इबादत मत करो . पर मुल्ले है की मानते ही नहीं | मोहम्मद चाहे लूटेरा था .. बच्चियों की इज्जत लूटने वाला वहशी था पर इन मुल्लो का तो पैगम्बर था , वो बिचारा भी सारी जिंदगी रोता रहा की कब्रों की पूजा मत करो और यह मुल्ले फातिमा की कब्र पर इबादत पढ़ रहे है | :p

जो लोग नहीं जानते उन्हें हम बता देते है की मुल्लो का चरित्र स्थिर नहीं है , एक बार इधर डोलता है तो एक बार उधर... और यह लोग समाज के सामने कुछ ओर बोलते है और करते कुछ ओर है | कहते है मुसलमान बन जाओ सच को अपनाओ . जन्नत मिलेगी ..हाहः .. मोहम्मद खुद बचपन में जब वो मुसलमान नहीं बना था तब वो काबा के मंदिर में पूजा करता था तो अभी तक तो वो भी जन्नत के बाहर बैठा है :D ....कहते है मुसलमान में सिर्फ एक भगवान है ..अल्लाह जिसकी इबादत करते है ..तो वो खुनी ख्वाजा कौन है , वो हजरत बल क्या है ?? हाजी अली क्या है और ऐसी कितनी ही जगह जहा यह सब मुल्ले नाक रगड़ने जाते है ?? पीर फकीर पैगम्बर ख्वाजा रसूल फ़रिश्ते और जिहादी किताब कुरआन की भी पूजा करते है .. फिर कहते है सिर्फ अल्लाह को मानते है हम .. दोहरा चरित्र ||
यह कहते है हमारे यहाँ भेदभाव नहीं होता दलित और स्वर्ण में| तो मुहाजीर क्या होते है ?? भारत के मुल्लो को तो इस्लामिक देशो में मुसलमान का दर्ज़ा भी नहीं मिलता है .. ऊँचे रसूख वाले शैख़ निचले दर्जे के मुसलमान के हाथ का पानी नहीं पीते, सिया सुन्नी आदि बाते तो आप जानते ही होंगे |

मक्काह मदीना में गैर मुस्लिम को जाने की आगया नहीं है .. और भारत के दलितो को सामान हक की बात कह कर बहकाते है |
पूरी दुनिया तबाह हो रही है इन मुल्लो के दोहरे चरित्र की वजह से ..कहते है इस्लाम शान्ति फैलाने के लिए है .. मान लिया .. पर क्या मुसलमान शान्ति फैलाने के लिए बने है?? ..यहाँ मूर्ति पूजा कर रहे है और भारत में आकार शिवालय तोडते है |

खुद एक इंसान की बनायी हुई जिहादी किताब कुरान का अनुसरण करते है और गीता रामायण को कहानी बताते है | खुद हिंदू-मुस्लिम, जात पात का भेदभाव रखते है, और भारत के दलितो को इस्लाम काबुल करने के लिए भडकाते है |

कहते है साडी में औरत की इज्जत नहीं और बुरखे में इज्जत है और खुद की बहिन के साथ निकाह कर लेते है ..

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