03 October 2012

पुराणों में श्लोकों की संख्या



  • ब्रह्मपुराण: १४०००
  • पद्मपुराण: ५५०००
  • विष्णुपुराण: २३०००
  • शिवपुराण: २४०००
  • श्रीमद्भावतपुराण: १८०००
  • नारदपुराण: २५०००
  • मार्कण्डेयपुराण: ९०००
  • अग्निपुराण: १५०००
  • भविष्यपुराण: १४५००
  • ब्रह्मवैवर्तपुराण: १८०००
  • लिंगपुराण: ११०००
  • वाराहपुराण: २४०००
  • स्कन्धपुराण: ८११००
  • वामनपुराण: १००००
  • कूर्मपुराण: १७०००
  • मत्सयपुराण: १४०००
  • गरुड़पुराण: १९०००
  • ब्रह्माण्डपुराण: १२०००

इस प्रकार सारे पुराणों के श्लोकों की कुल संख्या लगभग ४०३६०० (चार लाख तीन हजार छः सौ) है. इसके अलावा रामायण में लगभग २४००० एवं महाभारत में लगभग ११०००० श्लोक हैं.

!!! पीपल के पेड़ का महत्व !!!


पीपल के पेड़ की हिन्दू बहुत मनोयोग से पूजा करता है और इसको देव वृक्ष समझता है| इसको काटना घोर अपराध माना गया है अब तो वैज्ञानिको ने भी इस पेड़ को प्रकृति और आयुर्वेदिक दवाओ के लिए लाभकारी सिद्ध कर दिया है भगवान् श्री कृष्ण कहते है 

ऊर्ध्वमूलमध:शाखमश्वत्थं प्राहुरव्ययम् ।
छन्दांसि यस्य पर्णानि यस्तं वेद स वेदवित् ।।1।। 

अर्थात:-आदि पुरुष परमेश्वर रूप मूल वाले और ब्रह्म रूप मुख्य शाखा वाले जिस संसार रूप पीपल के वृक्ष को अविनाशी कहते हैं; 

तथा वेद जिसके पत्ते कहे गये हैं- उस संसार रूप वृक्ष को जो पुरुष मूल सहित तत्त्व से जानता है, वह वेद के तात्पर्य को जानने वाला है |

आइये हम भी जाने की पीपल के पेड़ से हमें क्या क्या लाभ मिलता है-

  • - यह 24 घंटे ऑक्सीजन देता है .
  • - इसके पत्तों से जो दूध निकलता है उसे आँख में लगाने से आँख का    दर्द ठीक हो जाता है (भगवत गीता अध्याय 26 ).
  • - पीपल की ताज़ी डंडी दातून के लिए बहुत अच्छी है .
  • - पीपल के ताज़े पत्तों का रस नाक में टपकाने से नकसीर में आराम मिलता ...है .
  • - हाथ -पाँव फटने पर पीपल के पत्तों का रस या दूध लगाए .
  • - पीपल की छाल को घिसकर लगाने से फोड़े फुंसी और घाव और जलने से हुए घाव भी ठीक हो जाते है .
  • - सांप काटने पर अगर चिकित्सक उपलब्ध ना हो तो पीपल के पत्तों का रस 2-2 चम्मच ३-४ बार पिलायें .विष का प्रभाव कम होगा .
  • - इसके फलों का चूर्ण लेने से बांझपन दूर होता है और पौरुष में वृद्धि होती है .
  • - पीलिया होने पर इसके ३-४ नए पत्तों के रस का मिश्री मिलाकर शरबत पिलायें .३-५ दिन तक दिन में दो बार दे .
  • - कुक्कुर खांसी में छाल का 40 मी ली. काढा दिन में तीन बार पिलाने से लाभ होता है . 
  • - इसके पके फलों के चूर्ण का शहद के साथ सेवन करने से हकलाहट दूर होती है और वाणी में सुधार होता है .
  • - इसके फलों का चूर्ण और छाल सम भाग में लेने से दमा में लाभ होता है .
  • - इसके फल और पत्तों का रस मृदु विरेचक है और बद्धकोष्ठता को दूर करता है .
  • - यह रक्त पित्त नाशक , रक्त शोधक , सुजन मिटाने वाला ,शीतल और रंग निखारने वाला है .

राजगृह कहां है **


एक बार एक व्यक्ति गौतम बुद्ध के पास आकर बोला-तथागत्, मैं तो बहुत प्रयत्न करता हूं पर जीवन में धर्म का कोई प्रभाव नहीं दिखाई देता। इस पर बुद्ध ने सवाल किया- क्या तुम बता सकते हो कि राजगृह यहां से कितनी दूर है? उस व्यक्ति ने उत्तर दिया- दो सौ मील। बुद्ध ने फिर पूछा- क्या तुम्हें पक्का विश्वास है कि यहां से राजगृह दो सौ मील है? 

व्यक्ति ने कहा- हां, मुझे निश्चित मालूम है कि राजगृह यहां से दो सौ मील दूर है। बुद्ध ने फिर प्रश्न किया- क्या तुम राजगृह का नाम लेते ही वहां अभी तुरंत पहुंच जाओगे? यह सुनकर वह व्यक्ति आश्चर्य में पड़ गया। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि बुद्ध इस तरह के सवाल क्यों कर रहे हैं? फिर उसने थोड़ा सकुचाते हुए कहा- अभी मैं राजगृह कैसे पहुंच सकता हूं। 

अभी तो मैं आपके सामने खड़ा हूं। राजगृह तो तब पहुंचूंगा जब वहां के लिए प्रस्थान करूंगा और दो सौ मील की यात्रा करूंगा। यह सुनकर बुद्ध मुस्कराए। फिर बोले-यही तुम्हारे प्रश्न का उत्तर है। तुम राजगृह को तो जानते हो पर वहां तभी तो पहुंचोगे जब वहां के लिए प्रस्थान करोगे। यात्रा के कष्ट उठाओगे। उसके सुख-दुख झेलेगो। केवल जान लेने भर से तो वह चीज तुम्हें प्राप्त नहीं हो जाएगी। यही बात धर्म को लेकर भी लागू होती है। धर्म को सब जानते हैं पर उस तक वास्तव में पहुंचने के लिए प्रयत्न नहीं करते। उसके लिए कष्ट नहीं उठाना चाहते। 

उन्हें लगता है सब कुछ आसानी से बैठे-बिठाए मिल जाए। इसलिए अगर तुम वास्तव में धर्म का पालन करना चाहते हो तो पहले लक्ष्य का निर्धारण करो फिर उस दिशा में चलने की कोशिश करो। वह व्यक्ति बुद्ध की बातों को समझ गया। उसने तय किया कि वह धर्म के रास्ते पर चलेगा।

ठंडा मतलब toilet cleaner


दोस्तो आपको याद होगा ये नवंबर-दिसंबर सन् 2005 की बात है अमिताभ बच्चन अपने स्वर्गीय पिता हरिवंश राय बच्चन की जयंती के अवसर पर अपने परिवार के साथ उत्तर प्रदेश गए हुए थे. उन्होंने वहाँ एक समारोह में हिस्सा लिया लेकिन पेट दर्द के बाद उन्हें सोमवार सुबह साढ़े दस बजे दिल्ली के एस्कोर्ट्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया था और हमारे देश की सर्वकालिक महान कांग्रेसी मीडिया ने इसे 24 घंटे दिखाकर राष्ट्रीय शोक घोषित करके सभी लोगोँ से ये कहा था कि अमिताभ बच्चन गंभीर रूप से बीमार है अपना सब लोग अपना काम-धाम छोड़ के भगवान से प्रार्थना करो !!!!

पूज्य राजीव दीक्षित अपने व्याख्यान मेँ सभा को संबोधित करते हुये कहते हैँ
http://www.youtube.com/watch?v=6JpOoS0bIBk&feature=plcp
कि- अमिताभ बच्चन नाम का एक फिल्म एक्टर है थोड़े समय पहले ये बीमार पड़ा और इसका ऑपरेशन हुआ और ऑपरेशन पूरे 9 घंटे चला उसे कुछ कोलाइटिस टाइप की नाम की आंतो अंतड़ियोँ के सड़ जाने की बीमारी थी तो जिस डॉक्टर ने उसका ऑपरेशन किया उससे मैँने पूछा की 9 घंटे तक आपने क्या ऑपरेशन किया ? ??

डॉ. बोला उसकी बड़ी आँत सड़ गई थी जगह जगह से उसको काटकर निकलना पड़ा तो फिर मैँने पूछा आपने ये 9 घंटे तक आँत काटकर क्योँ निकाला डॉ. बोला नहीँ निकालता तो ये मर जाता तो बचाने के लिये ये करना पड़ा !

फिर राजीव भाई जी लोगोँ से कहते हैँ बड़ी आँत सामान्य लोगोँ की नहीँ सड़ती है जो लोग "गाय का माँस (BEAF) सुअर का माँस (PORK) लाल माँस (RED MEAT) , शराब,सिगरेट,गुटखा,पिज्जा,बर्गर,हॉट-डॉग,मैगी ये सब खाते हैँ उन लो गोँ की बड़ी आँत सड़ती है" लेकिन अमिताभ बच्चन तो इनमेँ से कुछ नहीँ करता (वैसे वो अभी टीवी विज्ञापनोँ पर 5 रुपये की छोटू मैगी खाता दिख जायेगा) तो मैँने डॉ से पूछा फिर कैसे उसकी बड़ी आँत सड़ गई ?

तो डॉ. बोला "वो पेप्सी और कोकाकोला जैसे कोल्ड ड्रिँक पीता है और दस साल से पी रहा है और इससे भी अंतड़िया सड़ जाती हैँ" मैँने डॉ. से कहा कि क्या आपने अमिताभ बच्चन को इस बारे मे बताया ? डॉ बोला हाँ बता दिया। मैँने पूछा कि उसने क्या कहा उसका क्या रियेक्शन था ? तो डॉ बोला अमिताभ बच्चन ने अब से पेप्सी कोकाकोला का विज्ञापन करना बंद दिया पहले वो खूब एड करता था पर अब बंद कर दिया ! आज 2012 तक अमिताभ बच्चन pepsi coke की ad नहीं करता !(सभा मेँ तालियाँ गूंज उठी)

राजीव भाई जी बोले जब मुझे कन्फर्म हो गया तब मैँने अमिताभ बच्चन को E-Mail किया और उससे पूछा तो उसने कहा Yes It Is All True यह सब सच है कि मेरी आंते पेप्सी कोक पीने से सड़ गयीँ थी और उसे काट के निकाला गया।

मैँने बोला अमिताभ से कि आप ये सब टीवी./मीडिया पर बोल दो (सभा मेँ उपस्थित सभी लोग हँसने लगे) और अपने साथ ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर को भी बिठा दो वो भी बतायेगा कि कैसे मैँने 10 साल तक पेप्सी पी और आँते सड़ गईँ और उसे काट के निकालना पड़ा। तो अमिताभ ने कहा कि मैँ ये नहीँ कर सकता तो मैँने बोला कि इसपे एक 3 घंटे की फीचर फिल्म बना दो कि कैसे पेप्सी-कोक से आँते सड़ जाती हैँ उसने कहा कि मैँ ये भी नहीँ कर सकता मैँने पूछा क्योँ नहीँ कर सकते ! क्या तकलीफ है ??

अमिताभ बच्चन बोला-मैँने कोल्डड्रिँक कंपनियोँ से 100 करोड़ रुपये लिये हैँ और जब रुपये लिये तब कंपनी ने मुझसे एग्रीमेँट मेँ लिखवा लिया की जब तक ये दोनों अमेरीकन कंपनिया पेप्सी,कोक भारत मेँ रहेँगी मैँ उनके खिलाफ एक भी बात नहीँ बोलूंगा ऐसा समझौता हुआ है।


और अगर मैँने ऐसा उनके खिलाफ बोला तो वो मुझ पर 500 करोड़ का दावा ठोँक देँगी और ये 500 मुझे देना पड़ेगा और मेरा पास इतना पैसा नहीँ है मैँ कंगाल और भिखारी हो जाऊंगा (ध्यान दीजिये ये सन् 2005 की बात है फालतू के ख्याल दिमाग मेँ मत लायेँ) इसीलिये मैँ कंपनी के खिलाफ नहीँ जा सकता। मैँने पूछा मैँ बोलू इनके खिलाफ तो उसने बोला हाँ आप बोल दो, आपने तो कोई समझौता नहीँ किया है। मैँने फिर पूछा आपका नाम लेकर बोलूं तो अमिताभ बच्चन ने कहा हाँ मेरा नाम लेकर बोल दो अगर मेरा नाम लेके लोगोँ का भला होता है तो बोल दो कि अमिताभ बच्चन को ठंडा मतलब कोकाकोला पीने से ये हुआ है तो मुझे कोई समस्या नहीँ है, आप मेरा नाम लेकर बोल सकते हैँ

अब राजीव भाई सभा मेँ उपस्थित लोगोँ से कहते हैँ कि अब आप लोग देख लो कि ये पेप्सी-कोकाकोला आदि कोल्डड्रिँक्स कितनी खतरनाक हैँ इसीलिये कभी गलती से भी मत पीना और कभी आपके घर मेँ मेहमान-अतिथि आयेँ तो उन्हेँ भी बिल्कुल मत पिलाना,हमारी संस्कृति कहती है ! अतिथि देवो भव ! अतिथि भगवान के समान होते हैँ !और उन्हेँ टॉयलेट क्लीनर या संडास साफ करने का पानी नहीँ पिलाया करते (सभा मेँ उपस्थित सभी लोग हँसने लगे) ये आप ध्यान रखे !!
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और एक बात अगर आपको लगता है कि ठंडा मतलब toilet cleaner ये बात किसी ने मज़ाक मे बोली है ! तो आप से बड़ा मूर्ख कोई नहीं है !! नीचे link पर click कर दूसरी post पढे
http://www.facebook.com/photo.php?fbid=456275441080138&set=a.137060829668269.14827.100000930577658&type=3&theater


इसके बाद पूज्य राजीव जी अगले विषय पर व्याख्यान देने लगे जिसे हम अगले भाग मेँ पोस्ट करेँगे

तब तक आप यहाँ जरूर जरूर एक बार click करे ! और अपने कानो से सारी बात सुने !!
http://www.youtube.com/watch?v=6JpOoS0bIBk&feature=plcp

वन्देमातरम !!

सिकलसेल जानकारी और उपाय



Sickle cell disease is also called an invisible disease because you are not from the outside can see if someone has sickle cell disease. Sickle cell disease is a kind of anemia (anemia).

In most people, blood consists for a large part of red blood cells, also known aserythrocytes mentioned. These red blood cells ensure that your body gets enough oxygen. This oxygen is attached to a red pigment called hemoglobin A . In people with sickle cell disease is this red dye slightly differently than in healthy people.People with sickle cell have hemoglobin S . This causes the abnormal red blood cells change shape, once they have a certain amount of oxygen delivered. Then you lower hemoglobin level and get your blood cells than the shape of a sickle and fall apart quickly (hemolysis). In the blood of people with sickle cell disease sees a lot of sickle red cells: the sickle cells . Hence the name: sickle cell disease or sickle cell anemia (anemia). Only by blood test (called Hb electrophoresis), one can find out whether you have sickle cell disease or carrier.


Sickle cell disease (SCD) is a heterogeneous disorder, with  Clinical manifestations including chronic haemolysis, an increased susceptibility to infections and vaso-occlusive  Complications often requiring medical care. Patients with SCD can develop specific and sometimes life-threatening  complications, as well as extensive organ damage reducing both their quality of life and their life expectancy. Proven effective treatment options for sickle cell patients are limited to hydroxyurea, blood transfusions and bone marrow transplantation. With the increasing prevalence of SCD in the Netherlands, a fundamental understanding of its pathophysiology and clinical syndromes is of importance for local medical practitioners.

Sickle cell disease (SCD) is clinically one of the most important haemoglobinopathies. It is characterised by haemolytic anaemia, an increased susceptibility to infections and vaso-occlusion that occurs in almost all vascular beds leading to ischaemic tissue injury with organ dysfunction and early death. Outcome is difficult to predict, and few effective therapeutics are available. The prevalence of SCD is on the rise in the Netherlands due to an increased immigration of people from Surinam, the Netherlands Antilles and African countries.1 A recent survey (with only a 30% response) covering more than 400 Dutch hospital departments where patients with aemoglobinopathies could be registered indicated a population of at least 450 SCD patients (PC Giordano, manuscript in preparation).

आपको सिकलसेल कैसे होता है

Sickle cell disease is a disease that your parents get. Daddy or Mommy must sickle little cells in their blood to pass to you. 

1. If mom and dad no sickle cell gently than there is no chance that you have it. This is called the doctors called AA type of blood. 

2. If only your mom or dad carrier is a 50% chance of 100% that you are a carrier. This is called the doctors called AS type of your blood. 

3. If Mom and Dad both have sickle cell disease then you have it.

Why does it have to be so a pain during a crisis?

As you already know, a sickle in the shape of a half moon. Great people say sometimes sickle shape. Your blood little cells are oxygen shortly. Your sickle cell gently be faster through your body broken and disappear from your body. remain fewer red blood cell little about, you then have enough blood in your body, the adults call this anemia. Actually it is good that your body is the sickle cell gently degrades because the sickle cell gently blocking the normal small cells. If this happens you will really bother your bones and it does really hurt. You can also have pain somewhere else, that could be because the blockages at several places in your leg or your arms and even your little toe! By The pain often can not breathe and you'll have more oxygen too short. Because you have so little oxygen, there will be a yellow color in your own eyes or on your skin, the doctors call it a fancy word "bilirubin "but you do not remember though!


हर्बल उपचार


believe in the power of nature and that nature has healing power. So most plants, vegetables and herbs are also used as medicines against diseases.This also applies to sickle cell anemia. Therefore it is good to eat healthy. Use meals rich in saccharine, nitrogen, iron, vitamin C, B12, D1 and fats. Useful all diet rich in vitamin B12 such as various livers, cheese, and all kinds of meat. Eat lots of products containing iron such as: pineapple, chestnut, spinach, lettuce, olives, parsley, prunes, honey, grapes, eggs, milk, fish, tajerblad, sopropo, antroewa, dagoeblad, bita wiri, clarion, purslane, ocher, many Ansje / eggplant.