04 October 2012

क्या सच में हमारा परिवर्तन सही दिशा में हो रहा है...?????


कहा जाता है कि.... परिवर्तन संसार का नियम है..... और, परिवर्तन ही प्रशस्ती का मार्ग प्रशस्त करता है...

लेकिन... क्या सच में हमारा परिवर्तन सही दिशा में हो रहा है...?????

नमस्कार को टाटा खाया.... नूडल ने खा गया आटा !

देखो भाइयो, इस साली... अंग्रेजी के चक्कर में... हुआ..... बडा ही घाटा !!

सोचो कहाँ आ गए....?

माताजी को मम्मी खा गयी......पिता को खाया डैड.... !
दादाजी को ग्रैंडपा खा गये.........सोचो कितना बैड... !!

सोचो कहाँ आ गए....?

गुरुकुल को स्कूल खा गया.... गुरु को खाया चेला... !
अंग्रेजों के प्रभाव में आकर ...
सरस्वती की प्रतिमा पर साला सेकुलर मारे ढेला... !!

सोचो कहाँ आ गए....?

चौपालों को बीयर बार खा गया.... रिश्तों को खा गया टी.वी..... !
देख सीरियल.......... लगा लिपिस्टिक........ बक-बक करती बीबी !!

सोचो कहाँ आ गए....?

रसगुल्ले को केक खा गया ...... दूध पी गया अंडा.....!
दातून को टूथपेस्ट खा गया.......छाछ पी गया ठंढा.. !!

सोचो कहाँ आ गए....?

परंपरा को कल्चर खा गया..... हिंदी को खा गया अंग्रेजी .........!
दूध-दही के बदले...... चाय-कॉफ़ी पी पी कर बन गए हम लेजी !!

सोचो कहाँ आ गए...??

प्रेम से बोलो जय महाकाल की .....!!!

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