दोस्तों शायद आप सोच रहे होंगे की इस Artical मे आपको मै कुछ 2 +2 =4 जैसा सीधा तरीका बताने वाला हूँ , सेहत के लिए , है ना ?
चलिए ,सेहत का नुस्खा जानने के पहले हम ये तो जान लें , की सेहत या स्वास्थ्य (health) की परिभाषा क्या है ? आप किसे स्वस्थ मानेंगे ?किसी bodybuilder को, किसी हीरो को, कोई गोरा इंसान , कोई बहत सुंदर महिला ,कोई famous person, कोई अमीर या कोई पहलवान ?
दोस्तों ये सारे आधार सफलता के हो सकते हैं सेहत के नहीं !
आयुर्वेद के शब्दों मे स्वस्थ वही है जिसकी अग्नि सम है ,सारे system (heart ,kidney ,lungs ,stomach etc .) सही काम कर रहे हैं ,समय से भूख , समय से motion, समय से सही नींद जिसे आती है ! जिसकी आत्मा ,मन और 10 इन्द्रियां प्रसन्न है,
मतलब देखना,सुनना,बोलना,सूंघना सांस लेना, महसूस करना वगेरह जिसका सही है वही स्वस्थ है !
संपूर्ण स्वस्थ्य वही है जो ना सिर्फ शरीर से बल्कि मन से भी स्वस्थ है ! ऐसे लोग आपको अक्सर दिख जाएँगे जो दिखने मे तो पहलवान हैं पर मन से बड़े कमजोर हैं , depressed हैं ! ऐसे लोग भी स्वास्थय की सीमा मे नहीं आते हैं !
चलिए , अब बात करते हैं अच्छी सेहत के formula की .....
जिस तरह एक तिपाई (स्टूल) तीन पैरों पर टिका होता है , उसी तरह आपकी health भी स्टूल की तरह इन तीन पैरों पर टिकी होती है , ये हैं -
1 आहार ,भोजन (Food )
2 व्यायाम,कसरत (Exercise )
3 आराम ( Rest, Comfort )
अच्छी सेहत के पेपर को हम 100 numbers का मान सकते हैं , जिसमे आहार ,व्यायाम और आराम इन तीनो sections को हम 30 -30 numbers का मान सकते हैं , बचे हुए 10 no. grace के (medicines etc .) लिए रख सकते हैं !
health के पेपर मे पास होने के लिए तीनो section मे अलग अलग पास होना जरूरी है तभी totally उसे पास माना जाएगा ! लेकिन दोस्तों होता ये है की भोजन के section मे तो हम 30 मे से 28 no. ले आते हैं , लेकिन व्यायाम और आराम के section मे 4 या 5 से ज्यादा no. नहीं ला पाते , इसीलिए in total हम health के पेपर मे अधिकतर फ़ैल ही हो जाते हैं , या supplementary लाते हैं , फिर वो जो 10 marks ग्रेस के हैं मतलब medicines, injections, doctor etc . उनकी सहायता से फिर हम health के passing marks ला पाते हैं !,है ना?
36 % से पास होने वाला और 90 -95 % से distinction लाने वाले मे जो अंतर होता है वही अंतर एक healthy और बीमार मे होता है ! और आप जानते हैं की जब numbers बहुत ही कम हों तो passing marks (doctors ,medicines ) भी उसे पास नहीं करा सकते , वो तो फिर फेल ही होता है finally !
चलिए अब इन तीनो के बारे मे भी थोड़ी सी चर्चा कर ली जाए ------
1. भोजन (Food )
जिस तरह किसी कार का भोजन पेट्रोल होता है जो उसे चलने की energy देता है , उसी तरह हमारा खाना हमारी इस machine (बॉडी) को चलाने की energy देता है ! आप भी जानते हैं की पेट्रोल जितनी बढ़िया quality (speed वाला,) का होगा उतनी ही ज्यादा mileage देगा और engine भी उतना ही सही रहेगा .वहीँ घांसलेट मिला हलकी quality का पेट्रोल गाड़ी की mileage और life दोनों कम कर देगा ! उसी तरह बढ़िया ,healthy , nutritious food आपको healthy और fit रखेगा !
लेकिन यहाँ मै एक बात कहना चाहुंगा , की शुरू से ही खाना हम 2 कारणों से लेते हैं -----1 .शक्ति (energy ) के लिए और 2 . स्वाद (taste) के लिए ..
शक्ति और स्वाद की कुश्ती मे , अधिकतर जीतता स्वाद ही है , है ना ? और स्वाद ,अपने २ सेकंड के स्वाद के लिए हमे वो चीजें भी खिला देता है जो हमारे लिए कही से भी फायदेमंद नहीं हैं ! (pizza ,burger ,junk फ़ूड, spicy ,cold drink ,drink .............)
२.व्यायाम (exercise )
लेकिन यहाँ मै एक बात कहना चाहुंगा , की शुरू से ही खाना हम 2 कारणों से लेते हैं -----1 .शक्ति (energy ) के लिए और 2 . स्वाद (taste) के लिए ..
शक्ति और स्वाद की कुश्ती मे , अधिकतर जीतता स्वाद ही है , है ना ? और स्वाद ,अपने २ सेकंड के स्वाद के लिए हमे वो चीजें भी खिला देता है जो हमारे लिए कही से भी फायदेमंद नहीं हैं ! (pizza ,burger ,junk फ़ूड, spicy ,cold drink ,drink .............)
२.व्यायाम (exercise )
ये किसी भी रूप मे हो सकती है ,योग,एरोबिक्स,प्राणायाम, morning walk, jogging ,इत्यादि !
व्यायाम उस police की तरह है जो सारे शहर मे मुस्तेदी से गस्त करती है और कही भी चोर ,बदमाशो का अड्डा नहीं बनने देती ! उसी तरह exercise आपकी body को rhythm मे, tone मे रखती है , और मोटापा, B.P. आलस्य जैसी बिमारियों को शारीर से दूर रखती है !
जिस तरह इक शर्ट iron (प्रेस) करने के बाद ही चमकती है और सलवट से रहित सुंदर दिखती है , उसी तरह exercise आपकी body को fit रखती है रिंकल्स देर से पड़ते हैं और बॉडी ग्लो भी करती है !
3 . आराम (Rest )
जिस तरह इक शर्ट iron (प्रेस) करने के बाद ही चमकती है और सलवट से रहित सुंदर दिखती है , उसी तरह exercise आपकी body को fit रखती है रिंकल्स देर से पड़ते हैं और बॉडी ग्लो भी करती है !
3 . आराम (Rest )
यहाँ मै आराम की बात कर रहा हूँ आलस की नहीं ! दिन भर जीतोड़ मेहनत करने के बाद जो किया जाता है वो आराम है और सुबह उठने के बाद जो सज्जन बिना कुछ किये ही थक जाते हैं , वापस बिस्तर की शरण मे चले जाते हैं ,वो आलस है ना की आराम !
कोई भी मोटर या मशीन ज्यादा देर लगातार चलाने पर गरम होकर ख़राब हो सकती है इसीलिए बीच बीच मे उसे बंद कर के आराम देते हैं ,उसी तरह दिन भर ,लगातार शारीर और मन से थकने के बाद हमे भी हमारी मशीन को ठंडा ओर repair करने के लिए आराम की जरूरत होती है ! परमात्मा ने दिन काम के लिए और रात आराम के लिए बनाई है !
तो दोस्तों अगर हमे वाकई मे healthy रहना है तो हमे अपने health के तीनो पेरों को मजबूत रखना पड़ेगा !
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