यह एक बहुत ही शक्तिशाली टोटका हैं | नीचे चित्र में प्रदर्शित यंत्र को पर्याप्त बड़े ग्यारह सफ़ेद कागजों पर अनार की कलम से केसर और कस्तूरी मिश्रित स्याही से लिखें | धुप - दीप जलाकर अपने उपास्य देव को याद करें और उनसे दुर्भाग्य हटाकर अच्छे दिन देने की प्रार्थना करें | सच्चे दिल से भगवान् से प्रार्थना करने के बाद पर्याप्त मात्रा में आटा लेकर गुंध लें | उस आटे के ग्यारह लोइयां बनाकर प्रत्येक में तह करके एक - एक यंत्र रखें और इस प्रकार गोले बनाएं कि कागज पूरी तरह आटे में छिप जाये | आटे के इन गोलों को किसी नदी में दाल दें | यह कार्य लगातार ग्यारह दिन किया जाता हैं और वह भी सूर्य के छिपने से पहले | शाम को प्रतिदिन एक निश्चित समय पर और सभी से छुपाकर इस टोटके को करने पर इसका प्रभाव और भी बढ जाता हैं |
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दुर्भाग्य हटाने का तावीज़ इस यंत्र को सिद्धयोग , दीपावली या होली के दिन अनार की कलम से, अष्टगंद स्याही से भोजपत्र पर लिखकर धूप - दीप से पूजन करे | फिर स्वरण के तावीज़ में डालकर, दाहिनी भुजा में काले धागे से बाँध लें | यह सर्व प्रकार की बाधाओं को हटाकर अत्यत शुभ देने वाला हैं |
दुर्भाग्य हटाने वाला तावीज़
59 | 15 | 59 | 08 | 59 | 13 |
59 | 10 | 59 | 12 | 59 | 14 |
59 | 11 | 59 | 16 | 59 | 09 |
दुर्भाग्य विनाशक तावीज़
165 | 618 | 165 | 621 | 165 | 625 | 165 | 611 |
165 | 624 | 165 | 612 | 165 | 617 | 165 | 622 |
165 | 613 | 165 | 627 | 165 | 619 | 165 | 616 |
165 | 620 | 165 | 615 | 165 | 614 | 165 | 626 |
यह एक अत्यत शक्तिशाली तावीज़ हैं, जिसे सुलेमानी तावीज़ भी कहा जाता हैं | शुद्ध केसर से कस्तूरी घोलकर अनार की कलम से सफ़ेद कागज़ पर इसे लिखा जाता हैं | इस प्रकार के दो यंत्र तैयार करें | लोबान की धूनी देकरएक को धोकर पी ले और दुसरे को कपडे में सीकर दायीं भुजा में बान्ध लें | इश्वर की कृपा से बुरे शीघ्र दिन ही अच्छे दिनों में बदल जायेंगे |
यदि किसी व्यक्ति को किसी भी वजह से कोई परेशानी और मुश्किल पेश आ रही हो जैसे - कारोबारी मंदी, बेकारी, निर्धनता, मुकदमा, घरेलु झंझट आदि , तो उपरोक्त यंत्र को वह गुलाब व् जाफरान से शुरू महीने में, मुश्तरी या जोहरा की घडी में लिखे और अपने दाहिने बाजू पर बांध ले (स्त्री अपने बाएं बाजू पर बाधे ) | हर मुश्खिल और परेशानी दूर हो जाएगी | घरेलु मुश्खिले समाप्त हो जाएगी, निर्धनता की जगह सम्पन्नता का मार्ग प्रशस्त होगा तथा मुकदमों एवं विवादों से छुटकारा मिल जायेगा | ध्यान रहे कि यंत्र को नहा - धोकर एवं साफ़ - सुथरे कपडे पहनने के बाद ही लिखें |
तंगी और परेशानी से बचाने वाला ताबीज
786
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53 | 48 | 55 |
54 | 52 | 50 |
49 | 56 | 51 |
मुंह- हाथ धोकर, मुश्क और जाफरान से उपरोक्त यंत्र की लिखे तथा तह करके, गंडा बनाकर आपने दाहिये बाजू पर बांध लें l हर तंगी व परेशानी से निजात मिल जाएगी l यह एक चमत्कारी यंत्र है l इसके धारण करने से मात्र कुछ ही दिनों मैं शुभ फल प्रयाप्त होने लगता है l
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