- ब्रह्मपुराण: १४०००
- पद्मपुराण: ५५०००
- विष्णुपुराण: २३०००
- शिवपुराण: २४०००
- श्रीमद्भावतपुराण: १८०००
- नारदपुराण: २५०००
- मार्कण्डेयपुराण: ९०००
- अग्निपुराण: १५०००
- भविष्यपुराण: १४५००
- ब्रह्मवैवर्तपुराण: १८०००
- लिंगपुराण: ११०००
- वाराहपुराण: २४०००
- स्कन्धपुराण: ८११००
- वामनपुराण: १००००
- कूर्मपुराण: १७०००
- मत्सयपुराण: १४०००
- गरुड़पुराण: १९०००
- ब्रह्माण्डपुराण: १२०००
इस प्रकार सारे पुराणों के श्लोकों की कुल संख्या लगभग ४०३६०० (चार लाख तीन हजार छः सौ) है. इसके अलावा रामायण में लगभग २४००० एवं महाभारत में लगभग ११०००० श्लोक हैं.
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