भारत की जनसंख्या 122 करोड़ है तो ब्रिटेन की जनसंख्या 6.22 करोड़, भारत का जमीनी क्षेत्रफल 33 लाख वर्ग किलोमीटर है जबकी ब्रिटेन का 2.45 लाख वर्ग किमी. यानि भारत ब्रिटेन से 14 गुना बड़ा देश है और 20 गुनी आबादी है। भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति है फिर भी हम उनके सामने झुकते है क्यों....... क्योकि हमारे नेता चरित्रहीन और राष्ट्रद्रोही हैं।
अंगेजो ने 250 सालों में भारत से 350 लाख करोड़ की लूट सहित विश्व के अन्य 70 देशो से 1500 लाख करोड़ से अधिक सम्पति लुटी और भारत के 20वें हिस्से की आबादी वाले छोटे से देश में खर्चा किया और आज 2012 में ब्रिटेन पर 456 लाख करोड़ का कर्जा भी हो चला है।
जबकी भारत को पिछले 1000 सालों से मुगलों, जर्मनों, फ्रांसीसी, डच, पुर्तगालियों और अंग्रेजो के साथ हमारे हरामखोर नेताओं और उनके चमचों ने लूटा जो की कम से कम 1000 लाख करोड़ से कम नहीं होता है, इसके बावजूद 65 साल के लुटेरी कांग्रेस के राज में सिर्फ हमारे ऊपर 34 लाख करोड़ का ही कर्जा है यानी हर परिवार के पीछे 1,47,826/- रुँपये का कर्ज है, जिसे हम बड़ी आसानी से बाहर विदेश में जमा कालाधन को वापस लाकर एक दिन में अदा कर सकते हैं। यह काम प्रणव मुखर्जी और सोनिया के चलते नहीं हो पाया, लेकिन कोई राष्ट्रवादी सरकार इसे मात्र 100 दिन में कर सकती है लेकिन विदेशी इशारों पर चलने वाली कांग्रेस के लुटेरे इस देश को दक्षिण कोरिया की तरह अमेरिकियों को बेच देंगे।
कोरिया की सारी की सारी सरकारी कंपनियों पर अमेरिका का कब्ज़ा हो गया है जिसमें अब अमेरिका के ही लोग काम कर रहे है क्योकि सुधार के नाम पर कोरिया के ऊपर इतना कर्जा हो गया था की उसे चुकाने के बजाय सरकार ने उन्हें अमेरिकी कंपनियों को बेच डाला। आज हमारी बिकाऊ मिडिया कोरिया के सुधारों की बात कभी नहीं करती। 34 लाख करोड़ बहुत बड़ी रकम नही है इसे तो भूसंपदा बेचकर भी हम चुका सकते हैं लेकिन ऐसा न हो को यहाँ कर्जा एक दिन इतना हो जाये की भारत सरकार की सभी सम्पतियो पर अमेरिकी हावी हो कर हमें गुलाम न बना ले।
ब्रिटेन और अमेरिका विश्व की लुटी हुई संपत्ति पर निर्मित किये गए है, अमेरिकियों ने 10 करोड़ रेड इंडियंस की हत्या करके अमेरिका पर कब्ज़ा करके नए अमेरिका का निर्माण किया। भारत को ब्रिटेन जैसा बनाने के लिए पूरे विश्वा को 3 बार लुटना होगा......ब्रिटेन प्रति व्यक्ति 241,15,75,562/- रूपये विदेशी लूट के पैसे से विश्व शक्ति बना था, 122 करोड़ की आबादी वाले भारत को ब्रिटेन जैसा बनाने के लिए 30,000 लाख करोड़ की पूँजी चाहिए और यह पूंजी आज के दिन भी भारत में है भू संपदा के रूप में।
अभी भी मौका है हम इस महान देश को बचा सकते है कांग्रेस को खत्म करके
अंगेजो ने 250 सालों में भारत से 350 लाख करोड़ की लूट सहित विश्व के अन्य 70 देशो से 1500 लाख करोड़ से अधिक सम्पति लुटी और भारत के 20वें हिस्से की आबादी वाले छोटे से देश में खर्चा किया और आज 2012 में ब्रिटेन पर 456 लाख करोड़ का कर्जा भी हो चला है।
जबकी भारत को पिछले 1000 सालों से मुगलों, जर्मनों, फ्रांसीसी, डच, पुर्तगालियों और अंग्रेजो के साथ हमारे हरामखोर नेताओं और उनके चमचों ने लूटा जो की कम से कम 1000 लाख करोड़ से कम नहीं होता है, इसके बावजूद 65 साल के लुटेरी कांग्रेस के राज में सिर्फ हमारे ऊपर 34 लाख करोड़ का ही कर्जा है यानी हर परिवार के पीछे 1,47,826/- रुँपये का कर्ज है, जिसे हम बड़ी आसानी से बाहर विदेश में जमा कालाधन को वापस लाकर एक दिन में अदा कर सकते हैं। यह काम प्रणव मुखर्जी और सोनिया के चलते नहीं हो पाया, लेकिन कोई राष्ट्रवादी सरकार इसे मात्र 100 दिन में कर सकती है लेकिन विदेशी इशारों पर चलने वाली कांग्रेस के लुटेरे इस देश को दक्षिण कोरिया की तरह अमेरिकियों को बेच देंगे।
कोरिया की सारी की सारी सरकारी कंपनियों पर अमेरिका का कब्ज़ा हो गया है जिसमें अब अमेरिका के ही लोग काम कर रहे है क्योकि सुधार के नाम पर कोरिया के ऊपर इतना कर्जा हो गया था की उसे चुकाने के बजाय सरकार ने उन्हें अमेरिकी कंपनियों को बेच डाला। आज हमारी बिकाऊ मिडिया कोरिया के सुधारों की बात कभी नहीं करती। 34 लाख करोड़ बहुत बड़ी रकम नही है इसे तो भूसंपदा बेचकर भी हम चुका सकते हैं लेकिन ऐसा न हो को यहाँ कर्जा एक दिन इतना हो जाये की भारत सरकार की सभी सम्पतियो पर अमेरिकी हावी हो कर हमें गुलाम न बना ले।
ब्रिटेन और अमेरिका विश्व की लुटी हुई संपत्ति पर निर्मित किये गए है, अमेरिकियों ने 10 करोड़ रेड इंडियंस की हत्या करके अमेरिका पर कब्ज़ा करके नए अमेरिका का निर्माण किया। भारत को ब्रिटेन जैसा बनाने के लिए पूरे विश्वा को 3 बार लुटना होगा......ब्रिटेन प्रति व्यक्ति 241,15,75,562/- रूपये विदेशी लूट के पैसे से विश्व शक्ति बना था, 122 करोड़ की आबादी वाले भारत को ब्रिटेन जैसा बनाने के लिए 30,000 लाख करोड़ की पूँजी चाहिए और यह पूंजी आज के दिन भी भारत में है भू संपदा के रूप में।
अभी भी मौका है हम इस महान देश को बचा सकते है कांग्रेस को खत्म करके
॥ हमें खुदरा बाजार में एफ़डीआई का पुरजोर विरोध करना चाहिए ॥
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