ॐॐॐॐॐॐॐॐ (“निरंजनो निराकरो एको देवो महेश्वर:।
मृत्यू मुखम् गतात् प्राणं बलात रक्षति:॥ ) ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ
ॐॐॐॐॐॐॐॐॐ ( ॐकारं बिन्दु संयुक्तं
नित्यं ध्यायन्ति योगिनः ।
कामदं मोक्षदं चैव
ॐकाराय नमो नमः ॥ ) ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ
हर एक से पूछ के देख लिया ! हर एक से पूछ के देख लिया ! एक हर से पूछना बाकि है !
हर दर पे लुट के देख लिया ! हरी दर पे लुटना बाकि है !
"पुनरपि जननं, पुनरपि मरणं, पुनरपि जननी जठरे शयनं ! इह संसारे खलु दुस्सारे कृपया पाहि पार मुरारे"
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