01 August 2013

!!! चन्दन है इस देश की माटी !!!



चन्दन है इस देश की माटी, 

तपोभूमि हर ग्राम है । 

हर बाला देवी की प्रतिमा, 

बच्चा-बच्चा राम है ॥ 

हर शरीर मन्दिर सा पावन, 

हर मानव उपकारी है । 

जहाँ सिंह बन गये खिलौने, 

गाय जहाँ मा प्यारी है । 

जहाँ सवेरा शंख बजाता, 

लोरी गाती शाम है । 

हर बाला देवी की प्रतिमा, 

बच्चा-बच्चा राम है ॥ 

जहाँ कर्म से भाग्य बदलते, 

श्रम निष्ठा कल्याणी है । 

त्याग और तप की गाथाएँ, 

गाती कवि की वाणी है ॥ 

ज्ञान जहाँ का गंगा जल सा, 

निर्मल है अविराम है । 

हर बाला देवी की प्रतिमा, 

बच्चा-बच्चा राम है ॥ 

इसके सैनिक समर भूमि में, 

गाया करते गीता हैं । 

जहाँ खेत में हल के नीचे, 

खेला करती सीता हैं । 

जीवन का आदर्श यहाँ पर, 

परमेश्वर का धाम है । 

हर बाला देवी की प्रतिमा, 

बच्चा-बच्चा राम है ॥ 

चन्दन है इस देश की माटी, 

तपोभूमि हर ग्राम है । 

हर बाला देवी की प्रतिमा, 

बच्चा-बच्चा राम है ॥ 

स्व. श्री चंद्रकांत भारद्वाज 'ध्रुव'

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