27 October 2012

हिचकी न रुके तो


अधिकतर बार बार हिचकी आने पर पानी पीने से लाभ हो जाता है,यदि हिचकी न रुके तो निम्न लिखित उपाय करने चाहिये:-



  • अत्याधिक हिचकियां आने पर अदरक अथवा सौंठ का चूर्ण आंवला व पीपल के चूर्ण के साथ बराबर मात्रा में मिलाकर शहद के साथ चटाना चाहिये।
  • मिश्री के साथ एक ग्राम छोटी पिपली को का चूर्ण लेने से हिचकी बंद हो जाती है।
  • पुदीने के हरे पत्ते या नींबू चूस लेने पर हिचकी बंद हो जाती है।
  • केले की जड पीस कर छानकर रस निकाल लें,इस रस को सूंघने से हिचकी बंद हो जाती है।
  • सेंधा नमक को पानी या घी में पीसकर सूंघने से हिचकी बन्द हो जाती है।
  • सौंठ को गुण में मिलाकर सुंघाने से हिचकी में आराम मिलता है।
  • चूल्हे की जली हुई गरम मिट्टी सूंघने से हिचकी बन्द हो जाती है।
  • तीन काली मिर्च थोडी सी चीनी या मिश्री का एक टुकडा मुंह में रखकर चबायें,और उसका रस चूंसते रहे,चाहे तो एक घूंट पानी पी सकते है,तत्काल हिचकी बन्द हो जायेगी।
  • गिलोय और सौंठ का समभाग चूर्ण लेकर उसे नसवार की तरह सूंघने से हिचकी में आराम मिलेगा।
  • अदरक के बारीक टुकडे मुंह में रखकर चूंसे,हिचकी बन्द हो जायेगी।
  • मुलहठी का महीन चूर्ण शहद में मिलाकर चाटने से हिचकी बंद हो जाती है
  • पुदीने के दस बारह पत्ते और एक चम्मच शक्कर मुंह में डालकर उन्हे चबाकर चूंसे,हिचकी बन्द हो जायेगी।
  • चित लेटकर गहरी सांस लें फ़िर थोडी देर सांस को अन्दर रोककर छोड दें,ऐसा दस पन्द्रह बार करें,अपना ध्यान सांस खींचने और छोडने पर रखें,हिचकी बन्द हो जायेगी।
  • बडी इलायची पीसकर मिश्री या शहद के साथ चाटने से हिचकी बन्द हो जाती है।
  • नीबू में सेंधा नमक लगाकर चाटने से हिचकी रुक जाती है।
  • काला नमक सेंधा नमक और सांभर नमक तीनों को मुंह में डालकर चूंसने से हिचकी बन्द हो जाती है।

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