1. अमरूद की पत्तियां के फायदे
अमरूद एक पसंदीदा फल है। यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ कई तरह के स्वास्थ्य गुणों से भी भरपूर है। हालांकि, हममें से ज्यादातर लोग इस तथ्य से पूरी तरह से अनजान हैं कि अमरूद के पत्ते भी बहुत फायदेमंद होते है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि अमरूद के पत्तों में मौजूद अद्भुत एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करते है। त्वचा, बाल और स्वास्थ्य की देखभाल के लिये अमरूद की ताजी पत्तियों का रस या फिर इसकी बनी हुई चाय बहुत ही फायदेमंद होती है। आइए जानें अमरूद की पत्तियां स्वास्थ्य के लिए किस प्रकार से फायदेमंद होती है।
2. वजन में लाये कमी
अमरूद की पत्तियां जटिल स्टार्च को शुगर में बदलने की प्रक्रिया को रोकता है जिसके द्वारा शरीर के वजन को घटाने में सहायता मिलती है। अमरूद के पत्ते कार्बोहाइड्रेट की गति को रोकता है, जो उपलब्ध यौगिक के रूप में लीवर में टूटता है और वजन घटाने का समर्थन करता है।
3. मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद
जापान में यकुल्ट सेंट्रल इंस्टीट्यूट में अमरूद के पत्तों से बनी चाय पर एक शोध किया गया। शोध के निष्कर्ष के अनुसार, अमरूद पत्ती से बनी चाय में एल्फा-ग्लूकोसाइडिस एंजाइम गतिविधि को कम कर मधुमेह रोगियों में प्रभावी रूप से रक्त शर्करा को कम करती है। इसके अलावा यह सुक्रोज और माल्टोज को सोखने से शरीर को रोकती है जिससे शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है। अमरूद की पत्ती से बनी चाय 12 सप्ताह पीने से इंसुलिन के उत्पादन में वृद्धि के बिना रक्त में शर्करा के स्तर को कम कर सकते हैं।
4. कार्डियोवस्कुलर प्रभाव
अमरूद के पत्तों से बनी चाय दिल और संचार प्रणाली के लिए उपयोगी होती है। 2005 में प्रकाशित एक प्रयोगशाला अध्ययन के मुताबिक, अमरूद के पत्तों में मौजूद यौगिक रक्तचाप और हृदय की दर को कम करने में मदद करते हैं। अमरूद के पत्तों से बनी चाय के सेवन से ब्लड लिपिड, ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का निम्न स्तर और अस्वस्थ ट्राइग्लिसराइड्स में सुधार करने में मदद मिलती है।
5. डायरिया का उपचार
अमरूद की पत्तियां डायरिया और पेचिश के लिए अद्भुत उपचार भी है। समस्या होने पर 30 ग्राम अमरूद की पत्तियां और एक मुट्ठी चावल के आटे को दो गिलास पानी में मिलाकर उबाल लें। डायरिया के इलाज के लिए इस मिश्रण को दिन में दो बार पीयें। पेचिश के इलाज के लिए, अमरूद की पत्तियों और जड़ों को लेकर 90 डिग्री सेल्सियस पर 20 मिनट के लिए उबालें। इस पानी को छानकर दिन में दो बार पेचिश से राहत पाने तक लें।
6. पाचन तंत्र को दुरुस्त रखें
अमरूद की पत्तियां पाचन एंजाइम के उत्पादन को बढ़ाकर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है। शक्तिशाली एंटी-बैक्टीरियल एजेंट प्रभावी ढंग से पेट के अस्तर से हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करने और बैक्टीरिया से विषाक्त एंजाइमों के प्रसार को रोकने में मदद करता है। अमरूद के पत्तों फूड प्वाइजनिंग, उल्टी और मतली से भी राहत प्रदान करते हैं।
7. एलर्जी दूर करें
अमरूद की पत्तियों का रस किसी भी प्रकार की एलर्जी को दूर कर सकता है। अमरूद की पत्तियों में एलर्जी अवरोधक गुण पाया जाते है यह उस वायरस को खत्म करता है जिससे एलर्जी पैदा होती है। साथ ही यह एलर्जी से होने वाली खुजलाहट को दूर करने में भी मददगार होता है। एलर्जी में खुजलाहट बहुत ही आम होता है। अत: एलर्जी को कम करने से खुजलाहट अपने आप कम हो जाती है।
8. मुंहासे की समस्या से निजात दिलाये
अमरूद की पत्तियों एंटीसेप्टिक होने के कारण बैक्टीरिया को दूर करने में मदद करती है। मुंहासे की समस्या में ताजी पत्तियों को पीस कर दाग धब्बों के साथ मुंहासो पर लगाएं। नियमित रूप से ऐसा करने से धीरे-धीरे मुंहासों की समस्या दूर हो जाती है।
अमरूद एक पसंदीदा फल है। यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ कई तरह के स्वास्थ्य गुणों से भी भरपूर है। हालांकि, हममें से ज्यादातर लोग इस तथ्य से पूरी तरह से अनजान हैं कि अमरूद के पत्ते भी बहुत फायदेमंद होते है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि अमरूद के पत्तों में मौजूद अद्भुत एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करते है। त्वचा, बाल और स्वास्थ्य की देखभाल के लिये अमरूद की ताजी पत्तियों का रस या फिर इसकी बनी हुई चाय बहुत ही फायदेमंद होती है। आइए जानें अमरूद की पत्तियां स्वास्थ्य के लिए किस प्रकार से फायदेमंद होती है।
2. वजन में लाये कमी
अमरूद की पत्तियां जटिल स्टार्च को शुगर में बदलने की प्रक्रिया को रोकता है जिसके द्वारा शरीर के वजन को घटाने में सहायता मिलती है। अमरूद के पत्ते कार्बोहाइड्रेट की गति को रोकता है, जो उपलब्ध यौगिक के रूप में लीवर में टूटता है और वजन घटाने का समर्थन करता है।
3. मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद
जापान में यकुल्ट सेंट्रल इंस्टीट्यूट में अमरूद के पत्तों से बनी चाय पर एक शोध किया गया। शोध के निष्कर्ष के अनुसार, अमरूद पत्ती से बनी चाय में एल्फा-ग्लूकोसाइडिस एंजाइम गतिविधि को कम कर मधुमेह रोगियों में प्रभावी रूप से रक्त शर्करा को कम करती है। इसके अलावा यह सुक्रोज और माल्टोज को सोखने से शरीर को रोकती है जिससे शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है। अमरूद की पत्ती से बनी चाय 12 सप्ताह पीने से इंसुलिन के उत्पादन में वृद्धि के बिना रक्त में शर्करा के स्तर को कम कर सकते हैं।
4. कार्डियोवस्कुलर प्रभाव
अमरूद के पत्तों से बनी चाय दिल और संचार प्रणाली के लिए उपयोगी होती है। 2005 में प्रकाशित एक प्रयोगशाला अध्ययन के मुताबिक, अमरूद के पत्तों में मौजूद यौगिक रक्तचाप और हृदय की दर को कम करने में मदद करते हैं। अमरूद के पत्तों से बनी चाय के सेवन से ब्लड लिपिड, ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का निम्न स्तर और अस्वस्थ ट्राइग्लिसराइड्स में सुधार करने में मदद मिलती है।
5. डायरिया का उपचार
अमरूद की पत्तियां डायरिया और पेचिश के लिए अद्भुत उपचार भी है। समस्या होने पर 30 ग्राम अमरूद की पत्तियां और एक मुट्ठी चावल के आटे को दो गिलास पानी में मिलाकर उबाल लें। डायरिया के इलाज के लिए इस मिश्रण को दिन में दो बार पीयें। पेचिश के इलाज के लिए, अमरूद की पत्तियों और जड़ों को लेकर 90 डिग्री सेल्सियस पर 20 मिनट के लिए उबालें। इस पानी को छानकर दिन में दो बार पेचिश से राहत पाने तक लें।
6. पाचन तंत्र को दुरुस्त रखें
अमरूद की पत्तियां पाचन एंजाइम के उत्पादन को बढ़ाकर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है। शक्तिशाली एंटी-बैक्टीरियल एजेंट प्रभावी ढंग से पेट के अस्तर से हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करने और बैक्टीरिया से विषाक्त एंजाइमों के प्रसार को रोकने में मदद करता है। अमरूद के पत्तों फूड प्वाइजनिंग, उल्टी और मतली से भी राहत प्रदान करते हैं।
अमरूद की पत्तियों का रस किसी भी प्रकार की एलर्जी को दूर कर सकता है। अमरूद की पत्तियों में एलर्जी अवरोधक गुण पाया जाते है यह उस वायरस को खत्म करता है जिससे एलर्जी पैदा होती है। साथ ही यह एलर्जी से होने वाली खुजलाहट को दूर करने में भी मददगार होता है। एलर्जी में खुजलाहट बहुत ही आम होता है। अत: एलर्जी को कम करने से खुजलाहट अपने आप कम हो जाती है।
अमरूद की पत्तियों एंटीसेप्टिक होने के कारण बैक्टीरिया को दूर करने में मदद करती है। मुंहासे की समस्या में ताजी पत्तियों को पीस कर दाग धब्बों के साथ मुंहासो पर लगाएं। नियमित रूप से ऐसा करने से धीरे-धीरे मुंहासों की समस्या दूर हो जाती है।