शिव की उपासना में बिल्वपत्र का चढ़ावा बहुत ही शुभ और पुण्य देने वाला माना जाता है। धार्मिक आस्था है कि बिल्वपत्र का शिव को चढ़ावा जन्म-जन्मान्तर के पाप और दोषों का नाश करता है। वैसे भी शिव की पूजा में कुदरती सामग्रियों के चढ़ावे का महत्व है। इनमें तरह-तरह के पेड़-पौधों के पत्ते, फूल और फल शामिल होते हैं।
शास्त्रों में भगवान् शिव शंकर पर फूल चढाने का बहुत अधिक महत्त्व बताया गया है ! अतः इसका उल्लेख करना आवश्यक है -
शास्त्रों ने कुछ फूलों के चढाने से मिलने वाले फल का तारतम्य बतलाया है , जैसे दस स्वर्ण - माप के बराबर स्वर्ण- दान का फल
शास्त्रों के मुताबिक इन फूल-पत्तों में कुछ ऐसे भी हैं, जिनको शिव पूजा में चढ़ाना बिल्वपत्र से भी ज्यादा पुण्य और फल देने वाला माना गया है। धार्मिक महत्व के नजरिए से जानिए शिव को चढ़ाए जाने वाले कौन से हैं ये फूल और पत्ते -
शास्त्रों में भगवान् शिव शंकर पर फूल चढाने का बहुत अधिक महत्त्व बताया गया है ! अतः इसका उल्लेख करना आवश्यक है -
शास्त्रों ने कुछ फूलों के चढाने से मिलने वाले फल का तारतम्य बतलाया है , जैसे दस स्वर्ण - माप के बराबर स्वर्ण- दान का फल
- एक आक के फूल को चढाने से मिल जाता है ,
- हज़ार आक के फूलों कि अपेक्षा एक कनेर का फूल,
- हज़ार कनेर के फूलों के चढाने कि अपेक्षा एक बिल्व -पत्र से मिल जाता है
- और हज़ार बिल्व-पत्रों कि अपेक्षा एक गूमा-फूल ( द्रोण -पुष्प ) ,
- हज़ार गूमा से बढ़कर एक चिचिडा ( अपामार्ग) ,
- हज़ार अपमार्गों से बढ़कर एक कुश का फूल ,
- हज़ार कुश के फूलों से बढ़कर एक शमी का पत्ता ,
- हज़ार शमी के पत्तों से बढ़कर एक नीलकमल ,
- हज़ार नीलकमल से बढ़कर एक धतूरा ,
- हज़ार धतूरों से बढ़कर एक शमी का फूल होता है !
* अंत में शास्त्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि फूलों कि प्रजाति में सबसे बढ़कर नीलकमल ही भगवान् शिव जी का सर्वाधिक प्रिय पुष्प है ! *
शास्त्रों के मुताबिक इन फूल-पत्तों में कुछ ऐसे भी हैं, जिनको शिव पूजा में चढ़ाना बिल्वपत्र से भी ज्यादा पुण्य और फल देने वाला माना गया है। धार्मिक महत्व के नजरिए से जानिए शिव को चढ़ाए जाने वाले कौन से हैं ये फूल और पत्ते -
- एक आंकड़े का फूल चढ़ाना सोने के दान के बराबर फल देता है,
- एक हजार आंकड़े के फूल के बराबर एक कनेर का फूल फलदायी,
- एक हजार कनेर के फूल के बराबर एक बिल्वपत्र फल देता है,
हजार बिल्वपत्रों के बराबर एक द्रोण या गूमा फूल फलदायी,
- हजार गूमा के बराबर एक अपामार्ग, लटजीरा या,चिरचिटा या चिचिड़ा,
- हजार चिचिड़ा के बराबर एक कुश का फूल,
- हजार कुश फूलों के बराबर एक शमी का पत्ता,
- हजार शमी के पत्तो के बराबर एक नीलकमल,
-
हजार नीलकमल से ज्यादा एक धतूरा
- हजार धतूरों से भी ज्यादा एक शमी का फूल शुभ और पुण्य देने वाला होता है।
इस तरह शमी का फूल शिव को चढ़ाना शिव भक्ति से तमाम मनचाही कामनाओं को पाने का सबसे श्रेष्ठ उपाय है।
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